हैदराबाद की रेप पीड़िता के आरोपियों को पुलिस द्वारा एनकाउंटर में मार गिराने को लेकर जहां पूरा देश उस समय जश्न मना रहा था आज उत्तराखंड राजधान...
हैदराबाद की रेप पीड़िता के आरोपियों को पुलिस द्वारा एनकाउंटर में मार गिराने को लेकर जहां पूरा देश उस समय जश्न मना रहा था आज उत्तराखंड राजधानी के आंदोलनकारी महिला मंच ने उस पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है आज एक बैठक के दौरान आंदोलनकारी महिला मंच की अध्यक्ष निर्मला बिष्ट ने सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस को किसने अधिकार दिया कि वह आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया क्योंकि यह काम न्यायालय का है न्यायालय में दोषी होने पर उसको सजा न्यायालय ही दे सकता है इस तरह के असंवैधानिक कार्य करने की हम निंदा करते हैं साथ ही उन्होंने बताया कि आज निर्भया कांड को लेकर 7 वर्ष हो गए हैं उसको भी अभी तक न्याय नहीं मिला है वहीं दूसरी ओर उन्होंने कहा कि आज देश में जिस प्रकार महिलाओं के साथ रेप हो रहे हैं उनके लिए सरकार को फास्टट्रैक के साथ ही कम से कम एक दो महीने में ही सजा का प्रावधान करना चाहिए उन्होंने कहा कि आज मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों तक को भी सरकार द्वारा सजा नहीं दी गई सरकार को चाहिए कि तुरंत उनके दोषियों को और उन्नाव हैदराबाद सहित जितने भी देश के अंदर रेप के केस हुए हैं उनके लिए अलग से कोर्ट बनाकर एक दो महीने में ही सुनवाई की जानी चाहिए