विधानसभा भवन, देहरादून में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने 71 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा फहराते हुए सभी को लोकतंत...
विधानसभा भवन, देहरादून में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने 71 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा फहराते हुए सभी को लोकतंत्र के पर्व पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने, लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के महान प्रयास एवं बलिदान को याद किया साथ ही उत्तराखंड के लिए राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए आंदोलनकारियों को नमन किया।
इस दौरान श्री अग्रवाल ने 71वें गणतंत्र दिवस पर कहा कि यह राष्ट्र के प्रति सम्मान की भावना के साथ, हमारी सम्प्रभुता का उत्सव मनाने का अवसर है। यह उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के महान प्रयासों और बलिदान को, आभार के साथ याद करने का दिन है, जिन्होंने अपना खून-पसीना एक करके, हमें आज़ादी दिलाई, और हमारे गणतंत्र का निर्माण किया। आज का दिन हमारे लोकतान्त्रिक मूल्यों को, नमन करने का दिन है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि भारत आज विश्व का सबसे बडा प्रजातंत्र है। लोकतंत्र की अभिव्यक्ति सच्चे रूप में तभी हो सकती है जब देश में लोगों की, लोगों के द्वारा तथा लोगों के लिए सरकार कार्य करे। ऐसा मेरे देश में मूर्त रूप में हुआ है। यह देश में गहरी लोकतंत्र की जड़ो के कारण सम्भव हुआ है, और हम पूरे विश्व में लोकतंत्र के प्रसार और संवर्धन के प्रति कटिबद्ध भी हैं। लोकतंत्र के रास्ते पर चलकर हमनें तीव्र गति से विकास किया है देश आज हम सब के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में नये भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
श्री अग्रवाल ने कहा की उत्तराखण्ड राज्य भी संघर्षों की ही परिणिति है और राज्य का निर्माण इस उद्देश्य से हुआ था कि प्रदेश के सुदूरवर्ती गांवो तक विकास पहुचेगा। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर अपनी इस देव भूमि उत्तराखण्ड को चौमुखी विकास की ओर ले जाने के लिए संकल्प लें।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने विगत वर्षों में विधानसभा परिसर के भीतर हुए कार्यकलापों से भी अवगत कराया, श्री अग्रवाल ने दिसंबर माह में सफलतापूर्वक संपन्न हुए पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन की भी विधानसभा के अधिकारियों कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर रायपुर के विधायक उमेश शर्मा काऊ,संयुक्त सचिव मदन कुंजवाल, विधानसभा के उप सचिव मुकेश सिंघल, उप सचिव चंद्रमोहन गोस्वामी, अनु सचिव नरेंद्र रावत, सुरक्षा अधिकारी प्रदीप गुणवंत सहित विधानसभा के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी गण वह पुलिस के जवान मौजूद थे।