बिहार विधानसभा के बाहर सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायकों ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी)...
बिहार विधानसभा के बाहर सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायकों ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन किया। राजद ने कहा कि वह बिहार में सीएए-एनआरसी को लागू नहीं होने देंगे। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर साफ किया है कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगी। राजद प्रवक्ता और विधायक भाई वीरेंद्र यादव ने अन्य विधायकों के साथ विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। सभी के हाथों में एनआरसी और सीएए के खिलाफ पोस्टर थे। उन्होंने कहा, 'भाजपा संविधान को खत्म कर रही है। हम बिहार में सीएए-एनआरसी को लागू नहीं होने देंगे। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा, 'बिहार में एनआरसी का कोई सवाल ही खड़ा नहीं होता। यह केवल असम के संदर्भ में चर्चा में था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पर स्पष्टीकरण दिया है।' इसके अलावा बिहार विधानसभा ने दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित 126वें संविधान संशोधन (अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति आरक्षण के विस्तार के लिए) को स्वीकार करने की पुष्टि की है।