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चार साल पूर्व हत्या कर फेंकी गई अज्ञात युवती का खुलासा , दो गिरफ्तार 

 एसटीएफ एवं दारागंज थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने सोमवार दोपहर चार वर्ष पूर्व रचना शुक्ला हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए नागवसुकि मंदिर के समी...

 एसटीएफ एवं दारागंज थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने सोमवार दोपहर चार वर्ष पूर्व रचना शुक्ला हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए नागवसुकि मंदिर के समीप से दो युवकों को गिरफ्तार किया। टीम ने हत्या एवं अपहरण में प्रयुक्त दो कार, मोटर साइकिल, तीन मोबाइल और 2400 रूपए नगद बरामद किया। 
   उक्त जानकारी देते हुए एसटीएफ प्रयागराज फील्ड इकाई के पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों में दारागंज बक्सीखुर्द निवासी सलमान पुत्र साजिद अली और उसका साथी दारागंज मीरागली निवासी लकी पाण्डेय उर्फ लकी पण्डा है। 
   उल्लेखनीय है कि 16 अप्रैल 2016 को रचना शुक्ला अचानक दारागंज थाना क्षेत्र से गायब हो गई। इस सम्बन्ध में उसक मां उमा शुक्ला ने अपहरण एवं हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें सलमान समेत कुछ संदिग्ध लोगों का नाम दिया था। मामला न्यायालय में लम्बित था। कुछ दिन पहले उसकी मां ने हाईकोर्ट में रिट दाखिल कर दिया। जिससे मामले को गम्भीरता से लेते हुए एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ यश ने खुलासे के लिए अपर पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार पाण्डेय सहित पूरी टभ्म को निर्देशित किया। 
     उक्त आरोपितों में पूंछताछ के दौरान सलमान ने टीम से बताया कि रचना शुक्ला से उसकी दोस्ती हो गई और धीरे - धीरे नजदीकी बढ़ने के बाद मेलजोल काफी आगे बढ़ गया। सलमान ने रचना शुक्ला को एक स्कूटी खरीद कर दिया जो उसके खुद के नाम थी। लेकिन जब रचना शुक्ला को पता चला तो वह गाड़ी को कागजात अपने नाम कराने के लिए दबाव बनाने लगी। इस दौरान उसने मेरे खिलाफ दारागंज थाने में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करा दिया। इसके बाद दोनों की दोस्ती में दरार बढ़ती गई और सलमान ने कहा कि उसे रास्ते से हटाने का मन बना लिया। इस पूरी घटना में अपने ममेरे भाई अंजय अहमद एवं लकी को तैयार किया।
  योजना के तहत रचना शुक्ला को फोन करके बुलाया और प्रयाग रेलवे स्टेशन के पास उसकी गला काटकर हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए अपनी कार मामा शरिफ से फोन करके मंगाया और उसी गाड़ी में रखकर पहले नैनी ले गए जब वहां काम नहीं बना तो नवाबगंज की ओर ले गए। हाइवे पर लगभग बीस किलोमीटर आगे हाइवे के किनारे शव को फेंक दिया और वापस लौट आए। लेकिन बाद में शिनाख्त मिटाने के लिए पेट्रोल लिया और मोटर साइकिल से गए और जलाकर भाग आए। वारदात के चार दिन बाद उसकी स्कूटी प्रयाग से लेकर रूदापुर के रहने वाले अपने रिशतेदार के घर खड़ी कर दिया। मामला शांत होने के बाद स्कूटी को लावारिस हालत में सोरांव थाना क्षेत्र में छोड़कर वापस चला आया। मामला न्यायालय में लम्बित था। अभी हाल में ही उसकी मां उमा शुक्ला ने न्यायलय में रिट कर दिया। जिससे हमलोग भागने की योजना बना रहे थे कि आज पकड़े गए। 
       उन्होंने बताया कि रचना शुक्ला का शव लावारिस हालत में प्रतापगढ़ के हथिगवा थाना क्षेत्र में अधजला पाया गया था। जहां हत्या व अपहरण का मुकदमा दर्ज है। मामले की विवेचना अब भी लम्बित है। दोनो आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जा रहा है।