कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर पूरे उत्तराखंड को लॉक डाउन कर दिया गया है। उत्तराखंड में 31 मार्च तक सार्वजनिक परिवहन नहीं चलेंगे। इसके अल...
कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर पूरे उत्तराखंड को लॉक डाउन कर दिया गया है। उत्तराखंड में 31 मार्च तक सार्वजनिक परिवहन नहीं चलेंगे। इसके अलावा बाजार भी इस दौरान बन्द रहेंगे। उत्तराखंड की बड़ी आबादी रोजगार की तलाश में दिल्ली, मुंबई सहित बड़े शहरों में निवास करते हैं। इन शहरों में कामकाज बन्द होने से लोग वापस पहाड़ का रुख करने लगे। ये सरकार के लिए चिंता की बात है।
पीएमओ ने राज्य के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह और आला अधिकारियों के साथ बैठक कर देहरादून शहर के लॉक डाउन करने के आदेश जारी किए थे । लेकिन राज्य के अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने गहन विचार-विमर्श के बाद पूरे प्रदेश को ही लॉक डाउन करने का आदेश जारी कर दिया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जनता की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है कि आवाजाही प्रतिबंधित कर दी जाए। ताकि लोगों का आपस में संपर्क ना हो और संक्रमण फैलने से रोका जा सके । मुख्यमंत्री ने इसके बाद प्रदेश की जनता को आश्वस्त भी किया है कि खाने-पीने की वस्तुओं की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस दौरान श्रमिकों को भी राहत दी है। राज्य में रजिस्टर्ड सवा तीन लाख श्रमिकों को एक हजार रुपए उनके खातों में डालने जा रही है।
राज्य में अभी कोराना पीड़ितों की संख्या 3 है। राज्य सरकार की कोशिश है कि आवाजाही और भीड़भाड़ को रोककर कोराना को मात दी जा सकती है।