दरअसल शहरी विकास मंत्री ने सचिवालय में कुम्भ के निर्माणाधीन कार्यों सहित हरिद्वार में डाली जा रही भूमिगत बिजली लाइन, गैस पाइपलाइन, अमृत योजना,पेयजल, सड़क आदि कार्यों की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलायी थी। इस बैठक में शहरी विकास, ऊर्जा, लोक निर्माण विभाग पेयजल सचिवों के अलावा कुम्भ मेलाधिकारी, एमडी पावर कॉर्पोरेशन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्राकृतिक गैस आदि को बुलाया गया था। बैठक में शहरी विकास सचिव को छोड़ कोई आला अधिकारी नही पहुंचा। ये देख मंत्री जी खफा हो गए,,उन्होंने बैठक में ही अधिकारियों को खरी खोटी सुना दी,, और बैठक छोड़कर चले गए।
समीक्षा बैठक छोड़कर चले गए मंत्री,अफसरों की गैरहाज़री पर जताई नाराज़गी