दक्षिण एशिया और मध्य-पूर्व के पहले प्रोटॉन थेरेपी सेंटर , अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर (एपीसीसी) ने संयुक्त आयोग अंतर्राष्ट्रीय (जेसीआई) से...
दक्षिण एशिया और मध्य-पूर्व के पहले प्रोटॉन थेरेपी सेंटर, अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर (एपीसीसी) ने संयुक्त आयोग अंतर्राष्ट्रीय (जेसीआई) से अपनी मान्यता प्राप्त करने की आज घोषणा की। जेसीआई, स्वास्थ्य सेवाओं की अच्छी गुणवत्ता को मान्यता प्रदान करने वाला वैश्विक संगठन है। इसके साथ ही, एपीसीसी इस अंतर्राष्ट्रीय मान्यता को हासिल करने वाला भारत का पहला डेडिकेटेड कैंसर सेंटर, और जेसीआई मान्यता-प्राप्त अस्पतालों के पोर्टफोलियो में शामिल होने वाला अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप का 8वां अस्पताल है। जून 2019 में खोले जाने के बाद से, एपीसीसी, प्रोटॉन थेरेपी और कैंसर केयर मैनेजमेंट में दुनिया का प्रमुख कैंसर सेंटर है। जेसीआई मान्यता, स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित उपलब्धि व मानक है जिसे सर्वोत्तम वैश्विक पद्धतियों को अपनाने और मरीज को असाधारण देखभाल व सुरक्षा प्रदान करने हेतु दिया जाता है।
अपोलो हॉस्पिटल्स के चेयरमैन, डॉ. प्रताप सी रेड्डी ने बताया, ''25 वर्षों से भी अधिक समय पहले, भारत में कैंसर के बढ़ते मामलों, देश में अंकोलॉजी सेंटर्स की कमी पर हमारा ध्यान गया और अपोलो द्वारा तभी कैंसर की उन्नत चिकित्सा के क्षेत्र में कदम बढ़ाया गया। शुरू में ही, हमने कैंसर के उपचार हेतु अत्याधुनिक तकनीकें लाई। हाल ही में अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर में दक्षिण एशिया और मध्य-पूर्व की पहली प्रोटॉन थेरेपी को लाया जाना हमारे मरीजों के लिए सर्वोत्तम उपचार में निवेश के प्रति हमारे संकल्प को दोहराता है। मुझे प्रसन्नता है कि अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर (एपीसीसी) को एक विशेष सम्मान प्रदान किया गया है, और अब यह भारत में जेसीआई मान्यता-प्राप्त पहला उन्नत कैंसर सेंटर है। हमारे गुणवत्ता मानकों हेतु प्रदत्त इस सम्मान से अंकोलॉजी के क्षेत्र में और अच्छी गुणवत्तापरक चिकित्सा उपलब्ध कराने का हमारा संकल्प अधिक मजबूत होगा!''
''एपीसीसी को दुनिया के सर्वोत्तम हेल्थकेयर सेंटर्स में से एक माना गया और इस मान्यता के अनुरूप, हमारे यहां नवीनतम उत्कृष्ट प्रोटॉन थेरेपी मशीन है, जिसका उपयोग अंकोलॉजी के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर्स की टीम द्वारा किया जाता है। यह गर्व की बात है कि हमारे यहां टॉप 10 अग्रणी कैंसर केयर स्पेशलिस्ट्स सेवारत हैं और हमारे मरीजों के लिए सर्वोत्तम उपचार की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु, हमने उन्हें अत्योन्नत अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक से लैस किया है, ताकि हमारा सेंटर विश्वस्तरीय प्रोटॉन केयर सेंटर हो।''
संयुक्त आयोग अंतर्राष्ट्रीय (जेसीआई) मान्यता, स्वर्ण मानक (गोल्ड स्टैंडर्ड) है जिसे मरीजों को विश्वस्तरीय उपचार व सुरक्षा प्रदान करने हेतु सर्वोत्तम अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पालन करने वाले संगठनों को दिया जाता है। जेसीआई फिजिशियंस, नर्सों और स्वास्थ्य सेवा प्रबंधकों की एक्सपर्ट टीम ने हजारों से अधिक निर्धारक कारकों का मूल्यांकन किया और निरंतर सुधार हेतु स्थापित मानकों व प्रयासों की दृष्टि से कार्य-प्रदर्शन का मूल्यांकन किया। यह मान्यता अस्पताल प्रबंधन की कुशलता मानकों का प्रमाण है, जो मरीजों को बेहतर व उन्नत उपचार प्रदान करने में सक्षम बनाता है।
अपोलो हॉस्पिटल्स की वाइस चेयरपर्सन, सुश्री प्रीता रेड्डी ने बताया, ''मात्र 12 महीने पहले, अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर (एपीसीसी), चेन्नई में दक्षिण-एशिया और मध्य-पूर्व की पहली प्रोटॉन थेरेपी शुरू की गयी। यह दुनिया की आधुनिकतम रेडिएशन थेरेपी को सहज सुलभ बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम रहा। इससे 3.5 बिलियन लोगों को लाभ मिलने का अनुमान है। अब एक बार फिर से चिकित्सा गुणवत्ता को बेहतर बनाते हुए, एपीसीसी भारत का पहला ऐसा डेडिकेटेड कैंसर हॉस्पिटल बन गया है, जिसे इसकी गुणवत्ता के लिए जेसीआई द्वारा गोल्ड स्टैंडर्ड की मान्यता दी गयी। यह दक्षिण एशिया और मध्य-पूर्व में जेसीआई द्वारा मान्यता-प्राप्त पहला सफल प्रोटॉन थेरेपी सेंटर भी है। महामारी की चुनौतियों के बावजूद यह उपलब्धि हासिल हुई, जो मरीजों के लिए गुणवत्तापरक व उन्नत चिकित्सा के प्रति एपीसीसी की वचनबद्धता को दर्शाता है।''
मल्टी-डिसिप्लिनरी डिजीज मैनेजमेंट ग्रुप्स की विशेषज्ञता और ऑर्गन-स्पेसिफिक प्रैक्टिस के साथ, अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर द्वारा भारत में पहली बार शुरू की गई। यह दक्षिण एशिया और मध्य-पूर्व का पहला और एकमात्र प्रोटॉन सेंटर भी है। इसका परिचालन शुरू होने के एक वर्ष के भीतर ही अब तक दुनिया भर के 200 से अधिक मरीज प्रोटॉन थेरेपी का लाभ ले चुके हैं। तकनीकी रूप से सक्षम अंकोलॉजी की टीम के मूल चिकित्सकीय मूल्य उपचार को सफल बनाते हैं। अनुभवी डॉक्टर्स, मैनेजमेंट पर्सनल, नर्सेज और केयर प्रोफेशनल्स की टीम सुनिश्चित करते हैं कि कैंसर के उपचार के दौरान मरीज सुरक्षित व सहज महसूस करे और उसे मान सेवा मिले। इस मान्यता ने टीम को प्रेरित किया है कि वो बेहतर स्वास्थ्य सेवा मानक सुनिश्चित करने हेतु प्रेरित हों।
जेसीआई के प्रेसिडेंट व सीईओ, पॉला विल्सन बताती हैं, ''जॉइंट कमीशन इंटरनेशनल (जेसीआई), गुणवत्तापरक सेवा एवं मरीज सुरक्षा के अंतर्राष्ट्रीय मानकों के पालन की अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर की वचनबद्धता और वैश्विक महामारी के दौरान जेसीआई की मान्यता दिये जाने की सराहना करता है। जेसीआई की वर्चुअल सर्वेक्षण प्रक्रिया के उपयोग के जरिए यह उपलब्धि संभव हो पाई, जहां तकनीक का उपयोग करके सर्वेक्षण किये जाते हैं। यह इस बात का उदाहरण है कि किस तरह से हमारी वर्चुअल सर्वेक्षण प्रक्रिया फिजिकल डिस्टेंसिंग व अन्य सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करते हुए जेसीआई ऑन-साइट सर्वेक्षण के जोश को बनाये रखा है।''
अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर, अपनी बहुमुखी टीम के साथ मरीजों को सर्वोत्तम, सुरक्षित अनुभव प्रदान करते हुए कैंसर उपचार में सर्वोत्तम बनने का इच्छुक है। एपीसीसी ने कोविड-19 की मुश्किलों के बावजूद ऑडिट पूरा किया और मान्यता हासिल की, ताकि हर व्यक्ति के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराई जा सकें। टीम को हासिल यह उपलब्धि न केवल अपोलो ग्रुप बल्कि समूचे राष्ट्र के लिए काफी गर्व की बात है कि भारत के पहले एडवांस्ड कैंसर हॉस्पिटल को जेसीआई की मान्यता प्राप्त हुई।
अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर के विषय में
एशिया के सबसे बड़े स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं में से एक के रूप में, अपोलो ने हमेशा से मरीजों की आवश्यकताओं व सुरक्षा की दृष्टि से मानक कायम किया है। इसका उद्देश्य ''हर व्यक्ति के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप स्वास्थ्य सेवा'' उपलब्ध कराना है। हम इस उपलब्धि और मानवता के हित में शिक्षा, शोध व स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्टता बनाये रखने के लिए संकल्पित हैं। अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन, डॉ. प्रताप सी रेड्डी ने वर्ष 2019 में अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर की स्थापना की थी। यह भारत का पहला ऐसा उन्नत कैंसर सेंटर हैहै, जिसने प्रोटॉन थेरेपी शुरू की, जिसे इसकी बेहतरीन खुराक वितरण एवं मामूली दुष्प्रभावों के चलते सबसे उन्नत एवं लक्षित कैंसर उपचार माना जाता है। एपीसीसी की एडवांस्ड प्रोटॉन थेरेपी के लिए यहां पूर्णत: एकीकृत उपचार श्रृंखला उपलब्ध है, जिसमें सर्जिकल, रेडिएशन व मेडिकल अंकोलॉजी में सबसे उन्नत उपचार विधियां शामिल हैं। समग्र अवसंरचना और खूबसूरत परिवेश और अत्यंत कुशल कैंसर प्रबंधन टीमों के साथ, एपीसीसी मरीजों को सर्वोत्तम संभव परिणाम प्रदान करने पर जोर देता है और यह अंकोलॉजी में उत्कृष्टता का एक प्रकाश-स्तंभ है।