26 दिसम्बर, 2019 का ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इसका परिमाण 0.97 होगा। यह पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं होगा क्योंकि चन्द्रमा की छाया सूर्य का म...
26 दिसम्बर, 2019 का ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इसका परिमाण 0.97 होगा। यह पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं होगा क्योंकि चन्द्रमा की छाया सूर्य का मात्र 97% भाग ही ढकेगी। आकाशमण्डल में चन्द्रमा की छाया सूर्य के केन्द्र के साथ मिलकर सूर्य के चारों ओर एक वलयाकार आकृति बनायेगी। इस सूर्य ग्रहण सर्वाधिक लम्बी अवधि 3 मिनट और 39 सेकण्ड की होगी।
यह सूर्य ग्रहण भारत, श्रीलंका, सऊदी अरब, सुमात्रा तथा बोर्नियो में दिखाई देगा। ऊटी, कासरगोड, करूर, कोझिकोड, कोयम्बटूर, तिरुचिरापल्ली, जाफना, सिंगापुर कुछ प्रसिद्ध शहर हैं जहाँ पर वलयाकार सूर्यग्रहण दिखाई देगा।
बेंगलुरु, चेन्नई, मैसूर, कन्याकूमारी, दोहा, मस्कट, कराची, जकार्ता आदि कुछ प्रसिद्ध शहर हैं जहाँ से आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।
यूएसए, कनाडा, मैक्सिको, ब्राजील, अर्जेण्टीना तथा अन्य अमेरिकी महाद्वीप के देशों से सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इनके अतिरिक्त यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, इटली, जर्मनी, स्पेन, दक्षिण अफ़्रीका तथा अन्य यूरोपीय एवं अफ़्रीकी महाद्वीप के देशों से सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
जब ग्रहण प्रारंभ हो तो भगवान सूर्य का जप आदित्य हृदय स्तोत्र और अपने इष्ट देव का मंत्र जप करना चाहिए। पका हुआ अन्न कटी हुई सब्जी ग्रहण काल में दूषित हो जाती हैं अतः उन्हें नहीं रखना चाहिए परंतु तेल घी दूध दही लस्सी मक्खन पनीर अचार चटनी मुरब्बा आदि में तिल या कुशा रख देने से ग्रहण काल में ये दूषित नहीं होते ग्रहण काल में सोना और खाना नाखून काटना बाल काटना मना है