उत्तराखंड सरकार की मंशा है कि गैरसैंण में होने वाला बजट सत्र दो हिस्सों में होगा।सरकार की इससे साफ मंशा जाहिर होती है कि गैरसैंण को केवल पिक...
उत्तराखंड सरकार की मंशा है कि गैरसैंण में होने वाला बजट सत्र दो हिस्सों में होगा।सरकार की इससे साफ मंशा जाहिर होती है कि गैरसैंण को केवल पिकनिक मनाने के लिये राह गया है।दो दो जगह सत्र होने से पैसे की बर्बादी होगी,जबकि राज्य कर्जे के बोझ से जूझ रहा है। सरकार के इस रवैये की दल घोर विरोध करता है।भारतीय जनता पार्टी हो या कॉंग्रेस ये दोनों दल गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के पक्ष में नही है।दोनों दल गैरसैंण को लेकर जनता को भ्रमित कर रही है।जबकि बजट सत्र से पहले विपक्ष को भी किसी भी सत्र का संज्ञान लिया जाता है लेकिन दो दो जगह सत्र का विपक्ष कॉंग्रेस पार्टी भी विरोध नही कर पा रही है।उत्तराखंड क्रान्ति दल गैरसैंण में होने वाले सत्र में सरकार ही नही बल्कि विपक्ष का भी घेराव करेगा।इसलिये कि राज्य की स्थायी राजधानी गैरसैंण इसी सत्र में घोषित किया जाय।