लाल कुआं के हल्दुचौड राजकीय इंटरमीडिएट स्कूल मैं शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए वहां के प्राचार्य व शिक्षकों ने नए स्तर से प्रयास किया...
लाल कुआं के हल्दुचौड राजकीय इंटरमीडिएट स्कूल मैं शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए वहां के प्राचार्य व शिक्षकों ने नए स्तर से प्रयास किया वह उन्हें सफलता मिलती दिखाई दे रही है
वही बात करें तो लाल कुआं के हल्दुचौड स्थित राजकीय इंटरमीडिएट स्कूल में जहां सुविधाओं की भारी कमी थी वही 1 वर्ष के भीतर प्रधानाचार्य व शिक्षकों के अथक प्रयासों व सरकार की चल रही कल्याणकारी योजनाओं से खासा मददगार साबित हुई है।
वही विद्यालय में बच्चों को( ई क्लासेज), लाइब्रेरी में जनरल नॉलेज व दैनिक समाचार पत्रों द्वारा देश-विदेश विभिन्न प्रकार की नई-नई जानकारियां दी जा रही है। जिससे कि बच्चों की पढ़ाई का स्तर बदला हुआ नजर आ रहा है,
वही -प्रधानाचार्य का कहना है कि लगातार यह प्रयास किया जा रहा है कि बच्चों की शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाया जाए वह उनको पढ़ाई के साथ साथ स्वास्थ्य व खेलकूद में भी रुचि व प्रोत्साहित किया जाए, उनका कहना है कि उनके विद्यालय से कई विद्यार्थी नेशनल लेवल तक वॉलीबॉल, खो- खो जैसे खेल कूद में जा चुके हैं। व उनके विद्यालय हल्दुचौड में भोजन के स्तर में भी बदलाव किया गया है। व पीने के लिए आर ओ वाटर तक की सुविधाएं दी गई हैं। यहां तक कि उनका कहना है बहुत ही जल्द विद्यालय में इनवर्टर से बिजली की व्यवस्था भी करवा दी जाएगी, प्रधानाचार्य का कहना है कि अब प्राइवेट स्कूल में और सरकारी स्कूल में कोई फर्क नहीं रह गया है और जिस स्तर की शिक्षा व पढ़ाई सरकारी विद्यालय में कराई जा रही है वह प्राइवेट स्कूल से कई गुना बेहतर है।
यह सब देखकर लगता है कि वास्तव में हमारे सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई के स्तर में काफी हद तक बदलाव आया है और आने वाले समय में अगर इसी तरह का परिवर्तन व बदलाव दिखाई दिया तो वह दिन दूर नहीं कि सरकारी स्कूल में अपने बच्चों का एडमिशन कराने में किसी भी व्यक्ति को कोई हिचकिचाहट नहीं होगी।