दून विहार के रहने वाले आनंद प्रकाश की गुमशुदगी के बाद हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है, बीती 5 फरवरी को राजपुर थाने में बुजुर्ग व्यक...
दून विहार के रहने वाले आनंद प्रकाश की गुमशुदगी के बाद हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है, बीती 5 फरवरी को राजपुर थाने में बुजुर्ग व्यक्ति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, पुलिस ने एक महिला सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के द्धारा बुजुर्ग व्यक्ति के घर में चल रहे कलेश को लेकर एक तांत्रिक से मिलाने के बहाने जंगल में बुलाया गया था जिसके बाद तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। पूरा मामला बड़ी लूट की घटना को अंजाम देने से जुड़ा हुआ है। पुलिस की माने तो आरोपियोंं ने बुजुर्ग से क़रीब 5 लाख की लूट को अंजाम दिया और उसके बाद उसे मौत के घाट उतार दिया।
वीओ- मृतक आनंद प्रकाश दिल्ली एमसीडी में प्रशासनिक अधिकारी पद से रिटार्यड हुआ था। जो देहरादून के दून विहार में अपने परिवार के साथ रह रहा था। मुख्य आरोपी नरपाल से व्यक्ति की काफी समय से पहचान थी लेकिन यह पहचान आनंद की मौत की वजह बनेगी ऐसा आनंद ने सोचा न था,, आनंद के घर में अपनी पत्नी से कलेश चल रहा था इसी का फायदा उठाकर नरपाल ने अपने साथियों के साथ योजना बनाई। आनंद को तांत्रिक बाबा से मिलवाने के बहाने कोटद्वार के जंगलो में बुलाया और गला दबाकर आनद की हत्या कर दी। पुलिस को मृतक के परिजनों के द्धारा गुमशुदगी की रिपोर्ट मिली थी जिसके बाद पुलिस ने छानबीन करते हुए तीनों आरोपियों को बिजनौर यूपी से गिरफ्तार किया है।वही मामले पर डीआईजी अरूण मोहन जोशी ने बताया की ह्त्या करने के पीछे की वजह लूट को अंजाम देना था,, डीआईजी का कहना है की इससे पहले भी मुख्य आरोपी नरपाल अन्य मामलों में तीन बार जेल जा चुका है। पुलिस ने आरोपियों से एक कार, मोबाइल फोन मृतक की नग वाली अंगूठी भी बरामद की है।