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हत्या का आरोपी गिरफ्तार

 थाना रायपुर क्षेत्र अंतर्गत मालदेवता से 15 किलोमीटर आगे  मारा बैंड के पास सड़क से नीचे एक व्यक्ति का शव पड़े होने की सूचना  कंट्रोल रूम के ...

 थाना रायपुर क्षेत्र अंतर्गत मालदेवता से 15 किलोमीटर आगे  मारा बैंड के पास सड़क से नीचे एक व्यक्ति का शव पड़े होने की सूचना  कंट्रोल रूम के माध्यम से  थाना रायपुर को प्राप्त हुई। उक्त सूचना पर थानाध्यक्ष रायपुर मय पुलिस बल के तत्काल मौके पर रवाना हुऐ, मौके पर सड़क से लगभग 10 से 15 फीट नीचे पत्थरों के बीच झाड़ियों  में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ था, जिसके सर पर चोट के निशान थे। उक्त संबंध में थानाध्यक्ष रायपुर द्वारा तत्काल उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर घटनास्थल की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की कार्यवाही की गई तथा घटनास्थल व उसके आसपास के क्षेत्र से आवश्यक साक्ष्य संकलन किया गया, मौके पर उच्चाधिकारी गणों द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना के अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। मृतक व्यक्ति की शिनाख्त राजीव पुत्र स्वर्गीय ललित निवासी लवली मार्केट थाना बसंत विहार उम्र 48 वर्ष के रूप में हुई।  पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों को घटना के संबंध में अवगत कराते हुए उन्हें मौके पर बुलाया गया, जिनके द्वारा मृतक का दिनांक 02/03/20 को काम के सिलसिले में अपने दोस्त हेमंत जोजफ निवासी नालापानी रोड के साथ घर से जाना बताया गया,  घटना के संबंध में आज दिनाँक 04/03/20 को मृतक के भाई रजनीश कुमार द्वारा दी गयी लिखित तहरीर के आधार पर हेमन्त जोजफ के विरुद्ध संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया।  घटना के अनावरण हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक /वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा  पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन तथा क्षेत्राधिकारी नेहरू कॉलोनी के पर्यवेक्षण में तत्काल पुलिस टीम गठित कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।  गठित टीम द्वारा अभियोग की विवेचना में साक्ष्य संकलन की कार्रवाई के दौरान अभियुक्त हेमंत जोजफ के नंबरों की लोकेशन निकालने पर घटना के समय उसकी लोकेशन घटनास्थल के आसपास होनी पाई गई, जिस पर पुलिस टीम द्वारा संधिक्ता के आधार पर हेमंत जोजफ से पूछताछ की गई। जिसके द्वारा पूछताछ के दौरान प्रारंभ में पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया गया परंतु सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा मृतक राजीव की हत्या करना कुबूल किया, जिस पर उसे मौके से गिरफ्तार किया गया।  अभियुक्त को कल माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा


 


पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि पूर्व में मेरा नाम हरिशंकर था,  वर्ष 1994-95 में मैंने वह मेरे परिवार द्वारा क्रिश्चियन धर्म अपना लिया था,  मेरे द्वारा वर्ष 2003 में डीएवी कॉलेज से b.a. पास किया गया था, उसके पश्चात मैंने ज्वालापुर में एक डॉक्टर के यहां पार्ट टाइम जॉब की, इसके बाद मैं कुछ समय के लिए सहारनपुर तथा लखनऊ नौकरी के सिलसिले में चला गया था।  वर्ष 2010 में मेरा विवाह विभूति से हुआ तथा वर्तमान में हमारा 7 वर्ष का पुत्र है।  वर्ष 2015 में मेरी पत्नी के नौकरी से  सिनर्जी अस्पताल देहरादून में लग गई,  इसके पश्चात मैं देहरादून में अपने ससुराल नालापानी में रहने लगा।  मेरी पहचान मृतक राजीव से 1998 में एमटीएम मदर टेरेसा भानेवाला देहरादून में हुई, जहां हम दोनों एक साथ कंप्यूटर क्लास मैं पढ़ते थे।  उस समय राजीव की माँ हिमालयन अस्पताल में नर्सिंग का कार्य करती थी तथा राजीव अपने परिवार के साथ हिमालयन अस्पताल के सरकारी आवासों में रहता था,  उसके पश्चात से ही राजीव और में लगातार संपर्क में रहे।  क्योंकि राजीव और मैं काफी घनिष्ठ मित्रता थे, जिस कारण हम अक्सर साथ में बैठकर शराब पिया करते थे।  वर्तमान में राजीव शराब का बहुत आदी हो गया था।  कुछ समय पूर्व  राजीव की प्राइवेट नौकरी अरोटा स्कॉलरशिप कंपनी राजपुर रोड में काउंसलर के तौर पर लगी थी तथा दिनांक 02/03/20 को उसे जॉइनिंग करनी थी।  2/3/20 को मैं राजीव का घर लवली मार्केट बसंत विहार गया था तथा वहां कुछ देर रुकने के बाद राजीव और उसकी पत्नी मेरे साथ मेरी गाड़ी में बैठ कर आये।  राजीव की पत्नी लूथरा नर्सिंग होम में नर्सिंग का कार्य करती थी इसलिए हमारे द्वारा उसे लूथरा नर्सिंग होम पर ड्राप किया गया, उसके बाद राजीव और मैं मेरे घर आनंदग्राम नालापानी रोड पर आ गये,  वहां पर कुछ देर रुकने के बाद मैं और राजीव मेरी स्कूटी से मेरे पुत्र को लेने उसके स्कूल गए तथा वहां से लौटते वक्त मेरे द्वारा चूना भट्टा स्थित देसी शराब के ठेके से एक बोतल जाफरान ले ली, फिर घर पर आकर मेरे द्वारा अपने पुत्र को खाना खिला कर उसे उसकी नानी के घर भेज दिया,  उसके पश्चात में और राजीव मेरी कार से खलंगा नालापानी की ओर गये तथा वहीं पर कार में बैठ कर हमारे द्वारा शराब पी गई।  खलंगा से वापस आते समय राजीव और मेरी पैसों को लेकर बहस हो गई क्योंकि राजीव ने मुझसे कुछ समय पहले पैसे उधार लिए थे तथा मेरे द्वारा राजीव से पैसे वापस मांगने पर कार में  हमारी बहस हो गई। इसी बीच राजीव ने गाड़ी के अंदर से मुझे खींचा, जिस कारण गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गई। जिस पर मैं गुस्से में गाड़ी से नीचे उतरा तथा मेरे द्वारा राजीव की ओर की खिड़की का शीशा खोल कर उसके बालों को पकड़कर उसका सिर पेड़ पर दे मारा, जिससे राजीव मौके पर बेहोश हो गया, उसके बेहोश होने के पश्चात मैंने उसे कार के अगली सीट पर बैठाया तो उसकी नाक से काफी तेजी से खून बहने लगा, जिस पर मैंने  राजीव को अपनी गाड़ी की पिछली सीट पर लिटा दिया।  राजीव बिल्कुल हिल डुल नहीं रहा था,  मेरे द्वारा उसकी नव्ज चेक की तो वह नहीं चल रही थी,  राजीव की मौत हो चुकी थी।  मैं अपनी कार को खलंगा से नालापानी चौक,  आईटी पार्क होते हुए मालदेवता की ओर ले गया, जहाँ से एक कच्ची सड़क पर करीब 10 से 11 किलोमीटर जाने के बाद एक सुनसान जगह पर मेरे द्वारा राजीव के शव को गाड़ी से उतारकर सड़क से नीचे झाड़ियों में फेंक दिया और मैं वहां से वापस आ गया।