अभिभावक संघ उत्तराखंड द्वारा प्राइवेट पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम कश्यप के लॉक डाउन अवधी की फीस भी अभिभावकों से वसूलने के संबंध म...
अभिभावक संघ उत्तराखंड द्वारा प्राइवेट पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम कश्यप के लॉक डाउन अवधी की फीस भी अभिभावकों से वसूलने के संबंध में जारी किए गए वक्तव्य पर आज अभिभावक संघ ने यह निर्णय लिया कि यदि प्राइवेट पब्लिक स्कूल एसोसिएशन द्वारा अपनी हठधर्मिता के चलते अभिभावकों से लॉक डाउन की अवधि की फीस वसूल करना अवैधानिक है क्योंकि उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम मैं भी यह व्यवस्था है कि यदि उपभोक्ता द्वारा किसी वस्तु या अन्य सेवाओं का उपभोग नहीं किया है तो उसके प्रति उपभोक्ता की उसके मूल्य की कोई देता नहीं होती आज पूरा राष्ट्र आर्थिक मंदी से गुजर रहा है इस समय में भी केवल अपने फायदे के लिए इस प्रकार के बयान देना या कार्य करना मानवीय मूल्यों के विपरीत है यहां यह भी आपत्तिजनक है जब की यह सभी विद्यालय कल्याणकारी शिक्षा प्रदान ता के उद्देश्य से ही सोसाइटी एक्ट में पंजीकृत किए जाते हैं इसी आधार पर यह सभी विद्यालय आयकर अधिनियम की धारा 12 ए के अंतर्गत अपनी कुल आय मैं न तो राज्य सरकार को और ना ही केंद्र सरकार को कोई कर न देकर आय की छूट का लाभ प्राप्त कर समस्त आय को व्यक्तिगत प्रयोगों में निजी लाभ के लिए प्रयोग में लाते हैं और कोई कल्याणकारी कार्य धरातल पर नहीं करते जिससे यह सभी स्कूल राज्य और देश के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं साथ ही इन सभी स्कूलों के पास कॉशन मनी के रूप में करोड़ों रुपए बैंक में अभिभावकों की सिक्योरिटी के रूप में रखे हैं जिन पर सभी स्कूलों के प्रबंधकों को लाखों रुपए ब्याज के रूप में प्रतिवर्ष प्राप्त होते हैं वह भी इनकी आय का एक स्रोत है जिसको इनके द्वारा छिपाया जाता है आज आपदा की इस घड़ी में यदि यह सही मायने में कोई कल्याणकारी कार्य करना चाहते हैं तो इन प्राइवेट पब्लिक स्कूलों के प्रबंध को बैंक में जमा उस धन के आय से ही इन तीन माह की फीस का समायोजन कर अभिभावकों को फीस में रियायत का लाभ दिया जाना चाहिए साथ ही ट्यूशन फीस के साथ साथ अन्य मदों में भी ट्यूशन फीस के समान ही शुल्क स्कूलों द्वारा वसूला जाता है जिसकी वसूली आज के परिवेश में न्याय संगत नहीं है इन सभी तथ्यात्मक आधार पर अभिभावक संघ अपने प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी से यह मांग करता है की आपदा काल की इस अवधि में 3 माह की इस फीस की वसूली पर तत्काल रोक लगाते हुए अभिभावकों को इस आर्थिक मंदी के दौर में कुछ सबल प्रदान करने का सहयोग करेंगे जिससे अभिभावकों को आर्थिक दबाव से कुछ मुक्ति मिल सकेगी इसके बावजूद यदि विद्यालय प्रबंधकों द्वारा जबरन अभिभावकों से आपदा की इस अवधि का शुल्क वसूलने का प्रयास किया जाएगा तो अभिभावक संघ इनकी हठधर्मिता के विरुद्ध सड़कों पर उतरेगा और अभिभावकों का शोषण नहीं होने दिया जाएगा इस संदर्भ में शीघ्र ही अभिभावक संघ आदरणीय मुख्यमंत्री जी एवं शिक्षा मंत्री से मिलकर इस संदर्भ में शीघ्र ही निर्णय लेने के लिए आग्रह करेगा